हो भाषा
हो भाषा हो एक जनजाति का नाम है, हो आदिवासी झारखंड , ओडिशा , पश्चिम बंगाल और आसाम में मुख्यतः बसे हुए है। इनकी भाषा को हो -काजी कहा जाता है, यानी हो की भाषा। 1901 में हो भाषा बोलने वालों की संख्या 383,126 थी। यह भाषा उड़ीसा (अथमलिक, दासपल्ला, क्योंझर, मयूरभंज , नीलगिरि, पाल लहेरा), झारखण्ड (सरायकेला, खरसावां), छत्तीसगढ़ एवं आसाम में बोली जाती। हो भाषा को ऑस्ट्रो-एशियाई भाषा परिवार के सदस्य के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिसमें विशेष रूप से इंडोनेशिया, वियतनाम, कंबोडिया, लाओस, बर्मा और भारत के विभिन्न हिस्सों में बोली जाने वाली भाषाएं शामिल हैं। डब्ल्यू. श्मिट के एक शोध अध्ययन से पता चलता है कि भारत में मुंडा (संताली, मुंडारी, हो, खरिया और अन्य) भाषा परिवार का केंद्र दक्षिण-पूर्व एशिया में था। ईस्टर्न रूट थ्योरी या ऑस्ट्रिक थ्योरी ऑफ माइग्रेशन के अनुसार, हो संभवतः जावा, सुमात्रा, बोर्निया द्वीप (बांदादीपा) और जम्बूद्वीप (जंबूदीपा) से दक्षिण-चीन से पूर्वी मार्ग होते हुए बर्मा और असम से भारत आये था। जहां वे प्रागैतिहासिक काल में निवास करते थे। समय के साथ वे भारतीय उपमहाद्वीप...